इत्र व्यापारी का बादशाह से कनेक्शन निकलते ही भोंपू मीडिया क्यों हुआ खामोश
कानपूर के इत्र व्यापारी पीयूष जैन को लेकर अखिलेश का हमला
टीम इंस्टेंटखबर
आयकर विभाग ने हाल ही में कानपूर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर पर छापेमारी की जहाँ बहुत भारी संख्या में बेनामी नकदी बरामद हुई. यूपी में चुनावी माहौल को देखते हुए बीजेपी और उसके समर्थक न्यूज़ चैनलों ने पीयूष जैन का सम्बन्ध सपा प्रमुख अखिलेश यादव से जोड़ दिया। लेकिन जब असलियत सामने आयी तो पीयूष जैन का सम्बन्ध सत्ताधारियों से सामने आया. सपा मुखिया ने आज ट्वीट के ज़रिये इन मीडिया हॉउसों और भाजपा पर कटाक्ष करते हुए बिना किसी का नाम लिए कहा कि इस इत्र व्यापारी का ताल्लुक तो बादशाह से निकला।
अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में लिखा” सुबह तलक चीखकर सुना रहे थे कुछ ख़बरनवीस ‘जिसके’ गुनाह की कहानी… ‘उसका’ बादशाह से ताल्लुक़ निकलते ही शाम तलक वो खामोश हो गये… उन्होंने साथ में बीबीसी न्यूज़ हिंदी की एक खबर का स्क्रीनशॉट भी पोस्ट किया है.
दरअसल सपा से जुड़े इत्र कारोबारी पम्मी जैन, जिन्होंने समाजवादी इत्र लांच किया था उसका पीयूष जैन से कोई सम्बन्ध नहीं है. संयोगवश दोनों जैन समुदाय से हैं और कानपूर में एक मोहल्ले में रहते हैं. भाजपा और बिकाऊ मीडिया ने फ़ौरन पियूष जैन को अखिलेश का करीबी बताकर समाजवादी पार्टी को बदनाम करने का एक अभियान छेड़ दिया लेकिन जैसे उनको यह पता चला की दरअसल पियूष जैन के सम्बन्ध तो सत्तामें बैठे उच्च स्तर के लोगों से है, यह खबर गधे के सिर से सींघ की तरह गायब हो गयी.