तो क्या भाजपा बोगस वोटों से चुनाव जीती?, चुनाव कानून संशोधन ओवैसी का सवाल
टीम इंस्टेंटखबर
संसद में चुनाव सुधार बिल पास होने पर AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार पर निशाना साधा है. ओवैसी ने कहा, ‘सरकार का जस्टीफिकेशन झूठ है हर साल वोटर लिस्ट में फॉर्म 7 और फार्म 20 होता है. अगर किसी का नाम दो जगह पर है तो पोलिंग के दिन कोई भी पार्टी उसको चैलेंज कर सकती है और उसको रोक सकती है.’
ओवैसी ने सवालिया लहजे में कहा, ‘बीजेपी के 300 एमपी जीत गए, तो क्या बोगसिंग से कामयाब हुए, इतने राज्यों में बीजेपी की सरकार है तो क्या वहां बोगसिंग से जीते. असल मुद्दा है कि आधार को कार्ड से जोड़ना गलत है ‘
AIMIM नेता ने कहा, ‘आधार को केवल वेलफेयर मेजर्स के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा कि आप ऐसा लेजिस्लेशन नहीं बना सकते. देश की जनता को समझने की जरूरत है कि इलेक्शन कमीशन एक संवैधानिक बॉडी है और मुझे एपिक कार्ड कोन्सीट्यूशनल प्रोसेस से मिलता है.’
उन्होंने कहा कि 2018 में आंध्र प्रदेश में टीडीपी की सरकार थी, वहां पर उन्होंने एक सेवा मित्र एप बनाया और एक आईटी फर्म को ‘आधार’ का डेटा लीक करवाया गया. इसके आधार पर टीडीपी के कार्यकर्ता उन इलाकों में जाते और वहां पता करते. बाद में तेलंगाना में कंप्लेंट की कि लाखों लोगो के नाम निकाल दिए गए. ओवैसी ने कहा, ‘अगर सरकार को पता होगा कि इस एरिया के लोग हमें वोट नहीं दे रहे हैं तो वे निकाल दिए जाएंगे. ऐसे में सीक्रेट बैलेट खत्म हो जाएगा. बल्क में आंध्र प्रदेश का डेटा लीक हो गया था. अगर मेरे सारे डिटेल्स इलेक्शन के समय कियी पॉलिटिकल पार्टी के पास होंगे तो उनका दुरुपयोग हो सकता है. इस मामले में सरकार डेमोक्रेसी के खिलाफ काम कर रही है.’
लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव पर ओवैसी ने कहा, ‘नरेंद्र मोदी तय करेंगे कि लड़कियां कब शादी करेंगी? वे 18 साल की उम्र में नेता चुन सकती हैं, मगर शादी नहीं कर सकतीं. हम कह रहे हैं कि लड़कों की उम्र 18 कर दो.’ सरकारी डेटा बताता है कि 45 फीसद गरीब घरों में चाइल्ड मैरिज होती है 19 फीसदी अमीर घरों में होती है.अमेरिका में 14 साल में शादी की इजाजत है, यूके में 16 साल , न्यूजीलैंड में 16-19 साल क्योंकि वहां पर लड़कियों के लिए पढ़ाई अच्छी की गई है, उन्हें मज़बूत बनाया जा रहा है. यहां पर सरकार महिलाओं के लिए क्या कर रही है? महिलाओं का वर्क पार्टिसिपेशन जो 2005 में 26 फीसदी था, वह था वो 2020 में 16 फीसदी रह गया है. ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के 446 करोड़ में से 79 फीसदी मोदी के एड में खत्म हो गया. उनको (लड़कियों को)करने दीजिए जब वो करना चाहती हैं.’