राम मंदिर के निर्माण के वादे पर ही मिलेगा मोदी को समर्थन: आचार्य सत्येंद्र दास
अयोध्या: राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवादित स्थल पर बने अस्थायी मंदिर के प्रमुख पुजारी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में साधु-महंत भारतीय जनता पार्टी का समर्थन तभी करेंगे, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कार्यकाल में अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का वादा करेंगे.
अस्थायी राममंदिर के प्रमुख पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि 'महंत' और 'साधु' भगवान राम को मानते हैं और उनकी एकमात्र इच्छा अयोध्या में भव्य राम मंदिर देखने की है.
आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा, "नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा सत्ता संभाले जाने पर हमने उम्मीद की थी कि अब मंदिर बन जाएगा…" दास ने कहा, "मोदी को अयोध्या आना चाहिए, हमें गारंटी देनी चाहिए और यह घोषणा करनी चाहिए कि वह अपने कार्यकाल में राम मंदिर का निर्माण करवा देंगे"
उन्होंने कहा, "तब हम हिन्दुओं को बीजेपी के पक्ष में मतदान करने के लिए एकजुट कर लेंगे, क्योंकि उत्तर प्रदेश में 'महंतों' और 'साधुओं' के अनुयायी बड़ी संख्या में हैं. यदि हम बीजेपी का समर्थन करते हैं, तो वह ज़रूर जीतेगी"
आचार्य सत्येंद्र दास की इस मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए अयोध्या स्थित रसिक निवास मंदिर के महंत रघुवर शरण ने आरोप लगाया कि अयोध्या राम मंदिर आंदोलन के दम पर राजनीतिक लाभ लेने वाली बीजेपी ने यह मुद्दा कभी भी संसद में नहीं उठाया. उन्होंने कहा, "अयोध्या के मुद्दे पर राजनीतिक ऊंचाई हासिल करने वाले बीजेपी नेताओं में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, विनय कटियार और उमा भारती शामिल हैं और ये सभी सांसद हैं।"
महंत रघुवर शरण ने कहा, "इन लोगों ने सदन में कभी राम मंदिर का मुद्दा नहीं उठाया, न ही इन्होंने कभी यह मांग की कि प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए संसद में प्रस्ताव लाएं। "