इस बरस भी लखनऊ में नहीं निकलेगा जुलूसे मोहम्मदी
शानो शौकत से मनाई जाएगी ईद मीलादुन्नबी : सैयद अयूब अशरफ किछौछवी
लखनऊ ब्यूरो
दरगाह हजरत मख्दूम शाहमीना से निकलने वाला रवायती जुलूस ए मोहम्मदी इस साल भी स्थगित कर दिया गया है, बावजूद इसके आल इण्डिया मोहम्मदी मिशन ने 19 अक्टूबर को जश्ने ए ईद मोहम्मदी को पूरी शानो शौकत से मनाने की क़ौम से अपील की है.
जश्ने ईद मीलादुन्नबी के सिलसिले में आल इण्डिया मोहम्मदी मिशन के पदाधिकारिया एवं अन्जुमनों के जिम्मेदारों के बीच आज मदनी मसकन कैम्पबेल रोड, बालागंज में एक बैठक हुई. अन्जुमनों के जिम्मेदारों ने आल इण्डिया मोहम्मदी मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हज़रत सैयद अयूब अशरफ को बताया कि लखनऊ शहर की तमाम अन्जुमनों ने जश्न और जुलूस ए मोहम्मदी की तैयारियां मुकमल कर ली हैं.
बैठक की अध्यक्षता करते हुए हज़रत सैयद अयूब अशरफ ने लोगों को समझाते हुए कहा कि आप लोग अपने जज़्बात पर काबू रखिए इंशा अल्लाह लखनऊ में जुलूस ए मोहम्मदी रवायती तरीके से पहले की तरह आने वाले साल में निकाला जाएगा।
उन्होंने सभी आशिक़े रसूल और अन्जुमनों से अपील की है कि 12 रबीअव्वल 1443 यानि 19 अक्टूबर को अपने अपने घरों, मस्जिदों, मदरसों, दरगाहों, आस्तानों, खानकाहों, मकबरों और कब्रस्तानों पर नबी के नाम का झंडा नस्ब करे, चराग़ाँ और महफिले मीलाद का आयोजन करें। अपने आपको नबी का गुलाम और नबी वाला बनायें और अपने आका के बताए हुए रास्ते पर चलकर दुनिया को एक बेहतरीन इन्सान बनाकर दिखाए
अपने घरों में मिलादे मुस्तफा की महफ़िलें सजाएँ ताकि हमारे घर की औरतों और बच्चों को भी नबी ए करीम की सीरत और उनके बताए हुए रास्ते पर चलने का तरीका मालूम हो।
उन्होंने कहा कि इस अज़ीम दिन में जितना सदका, खैरात से गरीब व मोहताज की मदद करें, कोरोना महामारी में मरने वालों के परिवारों की मदद करें, उनके बच्चों की पढ़ाई में हो रही दुश्वारियों को दूर करने की हर सम्भव कोशिश करें और खासतौर पर हज़रत मोहम्मद मुस्तफा सल्ललाहो अलेही वसल्लम की विलादत बा सआदत के तुफैल में अल्लाह से दुआ करें कि कोरोना महामारी से हमारे परिवार को बचा कर रखे और हमारा देश शांति और तरक्की की राह पर पहले की तरह चलें।