डैडीज़ आर्मी आईपीएल के फाइनल में, मिस्टर फिनिशर का आखरी ओवर में दिखा जलवा
बड़े ज़माने बाद मिस्टर फिनिशर एमएसडी ने अपना जलवा दिखाया और सिर्फ 6 गेंदों में 18 रन बनाकर डैडीज़ आर्मी (चेन्नई सुपर किंग) को आईपीएल 2021 के फाइनल में पहुंचा दिया। CSK की तेआम 9वीं बार आईपीएल के फाइनल में पहुंची है.
जीत के लिए दिल्ली कैपिटल्स से मिले 173 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए CSK ने छह विकेट यह मुकाबला दो गेंद पहले ही जीत लिया।
दिल्ली कैपिटल्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 173 रनों का लक्ष्य रखा है. शुरुआती पावर-प्ले के ओवरों में दो बड़े विकेट गिरने के बावजूद दिल्ली को पृथ्वी शॉ (60 रन) ने एक छोर पर अच्छा सहारा दिया, लेकिन जब जरूरत थी, तो वह टीम का साथ छोड़ गए. लेकिन फिर कप्तान ऋषभ पंत (नाबाद 51) और शिमरोन हेटमायर (37) ने पांचवें विकेट के लिए अच्छे 83 रन जोड़कर चेन्नई के बॉलरों को खासा दर्द दिया. दोनों के बल्ले से कुछ बेहतरीन स्ट्रोक निकले और दिल्ली कैपिटल्स कोटे के 20 ओवरों में 172 रन तक पहुंचने में कामयाब रहा. जोश हैजलवुड ने दो विकेट चटकाए, तो शार्दूल ठाकुर बहुत ही महंगे साबित हुए और उन्होंने 3 ओवरों में 36 रन खर्च कर डाले.
चेन्नई की शुरुआत भी दिल्ली की तरह ही खराब रही, जब प्रचंड फॉर्म में चल रहे फैफ डु प्लेसी बिना खाता खोले ही पवेलियन वापस लौट गए. लेकिन यहां से जो कुछ हुआ, उसके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं था. शुरुआती छह ओवरों में चेन्नई को टॉनिक देने का काम किया पिछले दो मैचों में नाकाम रहे रॉबिन उथप्पा ने.
उथप्पा ने पावर-प्ले के आखिरी ओवर में निशाना बनाया आवेश खोना को. दो छक्के और दो चौकों से ओवर में 20 रन बटोरे, तो एकदम से तस्वीर ही बदल गयी. दूसरे छोर पर इससे पहले ऋतुराज ने भी बीच-बीच में बढ़िया शॉट लगाए. लेकिन आखिरी ओवर में एकदम गणित बदला, तो चेन्नई का स्कोर 1 विकेट पर एकदम से ही 59 रन हो गया. इसमें उथप्पा का योगदान 24 रन पर 40 रन का था, तो ऋतुराज का 10 गेंदों पर 16 रन का. चेन्नई को उथप्पा ने एकदम सही समय पर वह पावर दी, जिसकी उसे दरकार थी.
चेन्नई से पहले बैटिंग का न्योता पाने के बाद पावर-प्ले का पूरा आकर्षण पृथ्वी शॉ रहे. आदत के उलट शुरुआती गेंदों पर शॉ ने जरूरी धैर्य दिखाया, लेकिन दूसरा ओवर आते ही पृथ्वी शुरू हो गए. भले ही हैजलवुड के ओवर में छक्का और चौका बल्ले के टॉप ऐज से आए, लेकिन पृथ्वी ने अंदाज से बता दिया कि वह तो ऐसे ही बल्ला भांजेंगे. फिर परिणाम कुछ भी हो और परिणाम तो पावर-प्ले के ओवरों में पृथ्वी के बल्ले के पक्ष में ही गया. तीसरा ओवर लेकर दीपक चाहर आए, तो इस बार पृथ्वी ने ओवर में चार चौके जड़े. आखिरी गेंद पर कट के क्या कहने ! और जब बदलाव के तौर पर धोनी शार्दूल को पांचवें ओवर में लेकर आए, तो बेहतरीन पुल और सामने सिर के ऊपर से ओवर में दो छक्के जड़कर शॉ ने उनका स्वागत किया. पावर-प्ले में धवन और फिर श्रेयस अय्यर सस्ते में पवेलियन लौटे, लेकिन इसे पृथ्वी के बल्ला भांजने पर कोई असर नहीं पड़ा और उन्होंने शुरुआती छह ओवर खत्म होने के बाद दिल्ली कैपिटल्स को 2 विकेट पर 51 रन तक पहुंचा दिया. यह अच्छी शुरुआत थी, लेकिन दो बड़े विकेट लेकर टीम धोनी ने पावर-प्ले को संतुलन में फिफ्टी-फिफ्टी कर दिया. इस दौरान पृथ्वी के 19 गेंदों पर 43 रन थे.