बदलाव के लिए बहुजन समाज की महिलाओं को घूँघट से बाहर निकलना ही होगा : लक्ष्य
लक्ष्य की महिला टीम ने “घर घर भीम चर्चा” अभियान के तहत एक भीम चर्चा का आयोजन लखनऊ के जानकीपुरम में स्थित गांव रमपुरवा निस्फ में लक्ष्य कमांडर गुड़िया गौतम के निवास पर किया। जिसमें गांव की बहुजन समाज की महिलाओं ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया |
समाज में निरन्तर सामाजिक चर्चाएं ही आंदोलन को जीवित रखती है और उसको ऊर्जा प्रदान करती है। समाज में फैली कुरुतिओं को दूर करती है, भ्रम का निदान करती है, समाज में फैली सामाजिक बीमारियों का इलाज करती है। ये सामाजिक चर्चाएं ही विकास का मार्ग दिखाती है तथा महापुरुषों की शिक्षाओं पर प्रकाश डालती है और भाईचारे को मजबूत करती है तथा अंधविश्वास के अंधियारे को चीरकर विज्ञान का मार्ग बताती है, इसीलिए लक्ष्य कमांडर घर घर भीम चर्चाएं करती है। यह बात लक्ष्य की महिला कमांडरों ने भीमचर्चा के दौरान कही |
लक्ष्य की महिला कमांडरों ने कहा कि बहुजन समाज में ये भीम चर्चाएं ही क्रांति कर सकती है और क्रांति ही बहुजन समाज की दशा को बदल सकती है और इस क्रांति में महिलाऐं एक अहम भूमिका निभा सकती है। उन्होंने बहुजन समाज की महिलाओं से आह्वान करते हुए कहा कि घूँघट से बाहर निकल कर ही विकास का मार्ग तय किया जा सकता है। उन्होंने प्रश्न करते हुए कहा कि हम लोग यानि कि बहुजन समाज की महिलाऐं किसी से कम है क्या ? क्यों नहीं हम भी जीवन के हर क्षेत्र में आगे आ सकते है। अपनी शक्ति को जानो और समझों तोड़ दो वे सारी बेड़ियों को जो महिलाओं के लिए गुलामी की प्रतीक है |
इस भीमचर्चा में लक्ष्य कमांडर रेखा आर्या, धम्मप्रिया गौतम,शांति कन्नौजिया, गुड़िया गौतम, लज्जावती गौतम, सावित्री गौतम, मुन्नी गौतम, लज्जा गौतम, फूलमती, कलावती, निर्मला गौतम, शीला गौतम, नीरा गौतम, जोगेश गौतम, दुर्गेश गौतम, मल्लू गौतम, हरी गौतम ने हिस्सा लिया।