सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं: शिवपाल यादव
तौक़ीर सिद्दीक़ी
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ने आज एकबार फिर स्पष्ट कर दिया कि समाजवादी पार्टी से गठबंधन उनकी प्राथमिकता है लेकिन सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं।
पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी, जिला-महानगर अध्यक्षों व मंडल प्रभारियों की एक दिवसीय संयुक्त बैठक कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए शिवपाल यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी को उन्होंने सदैव गठबंधन के लिए अपनी पहली प्राथमिकता माना है, लेकिन अब इंतजार की सीमा खत्म हो रही है। आगामी 11 अक्टूबर तक उन्हें समाजवादी पार्टी के प्रति उत्तर का इंतजार रहेगा। इसके बाद प्रसपा समस्त उपलब्ध विकल्पों पर विचार करेगी।
शिवपाल यादव ने यह भी कहा कि प्रसपा कार्यकर्ताओं को यह विश्वास दिलाती है कि उनके सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
शिवपाल यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने गांव, गरीब, किसान, पिछड़े, दलित, व्यवसायी, मध्यवर्ग और युवाओं को सिर्फ छला है। सरकार शिक्षा, सुरक्षा, सम्मान, रोजगार और इलाज उपलब्ध करा पाने में पूर्णतया नाकामयाब रही है। बेटियों को सुरक्षा और न्याय न दे पाने की वजह से जनता में सरकार के खिलाफ बहुत गुस्सा है।
प्रसपा प्रदेश मुख्यालय में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में उन्होंने उत्तर प्रदेश विधानसभा के 2022 में होने वाले चुनाव के लिए जुटने और प्रसपा के प्रभावी नेतृत्व वाली सरकार बनाने का आह्वान किया।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आगामी 12 अक्टूबर से सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा के माध्यम से चुनावी शंखनाद करेंगे, 7 चरणों में सम्पन्न होने वाली यह रथ प्रसपा का संदेश लेकर प्रदेश के समस्त 75 जिलों में भ्रमण करेगी। शिवपाल यादव ने पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से प्रदेश की समस्त सीटों पर चुनाव के लिए तैयारी करने का आह्वान किया।
करीब साढ़े चार घंटे चली बैठक का संचालन प्रदेश प्रमुख महासचिव अभिषेक सिंह ‘आशू’ ने किया । बैठक में पूर्व मंत्री शिव कुमार बेरिया, पूर्व मंत्री शादाब फातिमा, पूर्व मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला, पूर्व राज्य सभा सांसद वीरपाल यादव, पूर्व सांसद और विधायक रघुराज सिंह शाक्य, पूर्व मंत्री जय प्रकाश यादव, पूर्व मंत्री जगवीर सिंह गुर्जर और प्रदेश अध्यक्ष सुंदरलाल लोधी, राष्ट्रीय महासचिव आदित्य यादव, मुख्य प्रवक्ता दीपक मिश्रा, वरिष्ठ समाजवादी रिछपाल चौधरी ने अपने विचार रखे।