वाराणसी में आरक्षण के मुद्दे पर निषादों का हंगामा, शांति भंग में मुकदमा दर्ज
■ शांति भंग में किया गया चालान
■ कुँवर सिंह निषाद ने पुलिस पर थाने में मारपीट का लगाया आरोप
■ एक कान से सुनाई नहीं देने की शिकायत की है
■ निषाद कश्यप समाज में आक्रोश पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन
■ सोशल मीडिया पर भाजपा सरकार के खिलाफ बरसे निषाद कश्यप समाज के लोग
टीम इंस्टेंटखबर
निषाद कश्यप समाज के आरक्षण अधिकार को लेकर सर्वदलीय निषाद कश्यप यूनियन के बैनर तले पूरे प्रदेश में पदयात्रा निकाल रहे कुँवर सिंह निषाद को वाराणसी में गिरफ्तार किया गया है
कुँवर सिंह निषाद सहित 10 लोगों का शांतिभंग में चालान किया गया है
विदित रहे कि सर्वदलीय निषाद कश्यप यूनियन ने निषाद कश्यप समाज को अनुसूचित जाति के आरक्षण की मांग को लेकर 11 जुलाई को मथुरा से आगाज किया था जो मथुरा से चलकर, आगरा, फिरोजाबाद, इटावा, औरैया, कानपुर, कानपुर देहात, जालौन, बाँदा, महोबा, चित्रकूट, फतेहपुर, कौशाम्बी, इलाहाबाद, मिर्जापुर, भदोही, जौनपुर जिलों में सम्पन्न होकर दिनांक 31 जुलाई को वाराणसी पहुँची थी
वाराणसी के अस्सी घाट पर एक सभा को संबोधित करने के बाद पदयात्रा मदनमोहन मालवीय मार्ग होते हुए दशाश्वमेध घाट की ओर रवाना हुई जहाँ गाँधी आश्रम खादी भंडार के समीप इलाका पुलिस द्वारा भारी पुलिस बल के साथ पदयात्रा को रोका गया जिसपर आंदोलनकारी निषाद कश्यप समाज के लोगों और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई तत्पश्चात आंदोलन के नेतृत्वकर्ता कुंवर सिंह निषाद सहित 10 लोगों को हिरासत में लिया गया जहाँ सभी का शांति में भंग में चालान किया गया है, इससे पूर्व 30 जुलाई को जिला जौनपुर के सद्भावना पुल पर भी निषाद आंदोलनकारियों और पुलिस के बीच जमकर टकराव हुआ था।
मेडिकल कराते समय कुँवर सिंह निषाद ने अपने एक कान से सुनाई नहीं देने और पसलियों में दर्द की शिकायत की है, उन्होंने पुलिस के द्वारा थाने में बंद कर बेरहमी से मारपीट करने का भी आरोप पुलिस लगाया है।
रात के 12:15 पर कुँवर निषाद सहित सभी आरोपियों को निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया। वीडियो में देखा जा सकता है कि पदयात्रा शांतिपूर्ण रूप से चल रही थी, यह पदयात्रा 18 से गुज़रती हुई प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में पहुंची थी, जहां पहुँचते ही पुलिस को शांतिभंग होने का खतरा मह्सूस हुआ और कुंवर सिंह निषाद को गिरफ्तार कर लिया गया.