आगरा में पुलिस ने रोकी आरक्षण अधिकार पदयात्रा, धरने पर बैठे कुंवर सिंह निषाद
- चुनाव से पूर्व निषाद कश्यप समाज की आक्रामकता से भाजपा में बड़ी बेचैनी
लखनऊ: सर्वदलीय निषाद कश्यप यूनियन की आरक्षण अधिकार पदयात्रा आगरा पहुंची जहां आगरा के बल्केश्वर क्षेत्र, आगरा ग्रामीण के ग्राम कबीस, ग्राम नूरपुर, ग्राम मेहरा, ग्राम पूठ और बाह विधानसभा के पिनाहट क्षेत्र में पैदल यात्रा का आयोजन हुआ जिंसमे भारी संख्या में लोगों ने भाग लिया।
पदयात्रा के दौरान थाना पिनाहट क्षेत्र में पदयात्रा कर रहे निषाद कश्यप समाज के लोगों का क्षेत्राधिकारी और कोतवाल के साथ के साथ जमकर विवाद हो गया पदयात्रा को दो बार रोके जाने से नाराज कुंवर सिंह निषाद ने पिनाहट बाजार में सड़क जाम कर धरना दे दिया जिन्हें समझा बुझाकर पदयात्रा के लिये तैयार में पुलिस के पसीने छूट गये।
कई स्थानों पर सभाएं भी हुईं जिसमें यात्रा को संबोधित करते हुए कुँवर सिंह निषाद ने कहा कि यदि सरकार आरक्षण नहीं दिया तो सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए निषाद कश्यप समाज संकल्पित है, निषाद कश्यप समाज को अनुसूचित जाति में शामिल करने का वादा भाजपा के चुनाव घोषणा पत्र का अंग रहा है अब भाजपा अपने वादे से मुकर रही है उन्होंने कहा कि दिल्ली की सल्तनत का रास्ता लखनऊ से होकर जाता है यदि हमारी आवाज दबाई गई तो दिल्ली और लखनऊ दोनों को भाजपा से दूर कर देंगे, साथ ही कुँवर निषाद ने कहा कि जब प्रधानमंत्री मोदी जी अपनी मोड़ घांची जाति को आरक्षण दे सकते हैं तो उत्तर प्रदेश के निषादों से क्या दुश्मनी है।
विकाशशील इंसान पार्टी के युवा प्रदेश अध्यक्ष हरिओम निषाद ने कहा कि भाजपा सरकार का रवैया हमारे समाज को गुमराह करने वाला है हमें धोखे में रखा जा रहा है
राष्ट्रीय महान गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ पुरूषोत्तम निषाद ने कहा कि निषाद कश्यप समाज अब सड़क पर उतर चुका है अपना अधिकार लेकर ही रहेगा।
नाविक मछुआ संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष परमानंद कश्यप ने चेतावनी दी है कि हमने भाजपा की नैया पार लगाई है यदि हमारी माँगों को नजरअंदाज किया को भाजपा की नैया डुबाने के लिये हम कमर कस चुके हैं प्रवीण निषाद, हुकुम सिंह, सुरेश निषाद, सुरेश वर्मा, राजेश वर्मा, रामरतन निषाद, कन्हैया निषाद, दिनेश निषाद, हरपाल वर्मा, विष्णु प्रताप वर्मा, रामवीर सिंह, अंकित सक्सैना, धर्मवीर पहलवान, हेमो पहलवान, गिर्राज सिंह, गिरवर, संत स्वरूप, महेश निषाद, किशन प्रताप वर्मा, प्रेम सिंह वर्मा, नरेंद्र निषाद, अशोक कश्यप, अनिल कश्यप, बीरेश निषाद, हरपाल छौंकर, धीरज वर्मा, विमल निषाद, सुग्रीव सिंह निषाद, पदम सिंह निषाद, अनिल राजभर, रोहित कश्यप, हरिप्रसाद कश्यप, सुखदेव कश्यप आदि मुख्य रूप से पदयात्रा में शामिल रहे।