तो प्रशांत किशोर ने चुनावी राजनीतिकार की भूमिका से इसलिए सन्यास, जाना है राज्यसभा
नई दिल्ली: ममता बनर्जी को विपरीत हालातों में इतनी बड़ी कामयाबी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर राज्यसभा जाने की तैयारी कर रहे हैं और शायद चुनावी राजनीतिकार की भूमिका से सन्यास लेने का उनका फैसला इसी कारण लिया गया है. गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद अब राज्यसभा में खाली हुई दो सीट को भरने की कवायद शुरू हो गई है। TMC की ओर से दूसरी सीट के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा का नाम चर्चा में है।
बता दें कि दिनेश त्रिवेदी के विधानसभा चुनाव से पहले इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने के बाद उनकी सीट खाली हो गई है। इसके अलावा राज्यसभा सदस्य मानस भुइयां के विधानसभा में चुने जाने के बाद उनकी भी सीट खाली हो गई है। इस स्थिति में टीएमसी को राज्यसभा में अपनी सीटों पर किसी को भेजना होगा। जिसके लिए पार्टी की तरफ से पीके और यशवंत सिन्हा का नाम चर्चाओं में है।
पश्चिम बंगाल चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को शानदार जीत दिलाने के बाद प्रशांत किशोर ने चुनाव रणनीति के काम से संन्यास लेने का ऐलान किया है। सक्रिय राजनीति में प्रशांत की रुचि हमेशा से देखी गई है। वह कई राजनीतिक पार्टियों के लिए चुनाव प्रवंधन का कार्य कर चुके हैं। तृणमूल की युवा पीढ़ी के चेहरे अभिषेक बनर्जी से भी उनके अच्छे संबंध हैं।
राज्यसभा के दूसरे उम्मीदवार माने जाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के साथ भी ममता के पुराने संबंध रहे हैं। सिन्हा भी भाजपा से झगड़े के बाद मोदी सरकार के कट्टर विरोधी हैं। वह इस बार विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल में शामिल हो गए और कोलकाता से तृणमूल प्रवक्ता के तौर पर कार्य कर रहे हैं। हालाकि इस खबरों की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है। कुछ समय बाद राज्यसभा की दो सीटों में उम्मीदवारों की तस्वीरें साफ हो जाएंगी।