सर जडेजा ने रोका RCB का विजय रथ, आईपीएल में रचा इतिहास
रविंद्र जडेजा ने पहले हर्षल पटेल के आखिरी ओवर में रिकॉर्ड 37 रन बटोरे और फिर गेंदबाजी में कमाल दिखाकर तीन विकेट लिये जिससे चेन्नई सुपर किंग्स मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को 69 रन से करारी शिकस्त देकर लगातार चौथी जीत के साथ अंकतालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया। जडेजा ने शुरू में जीवनदान मिलने के बाद 28 गेंदों पर चार चौकों और पांच छक्कों की मदद से नाबाद 62 रन बनाये जो टी20 में उनका सर्वोच्च स्कोर है।
रविंद्र जडेजा ने इस मुकाबले में एक खास रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। जडेजा दुनिया पहले ऐसे क्रिकेटर बन गए हैं जिन्होंने एक ओवर में 37 रन बनाने के साथ-साथ अपने ओवर में 36 रन भी खर्च किए हो। जडेजा ने साल 2010 के टी-20 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने ओवर में 36 रन दिए थे। जडेजा की धमाकेदार पारी तथा फाफ डुप्लेसिस (41 गेंदों पर 50 रन, पांच चौके, एक छक्का) और रुतुराज गायकवाड़ (25 गेंदों पर 33) के बीच पहले विकेट के लिये 74 रन की साझेदारी से सीएसके ने पहले बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट पर 191 रन बनाये।
जडेजा ने इसके बाद अपनी बायें हाथ की स्पिन गेंदबाजी का कमाल दिखाया और चार ओवर में 13 रन देकर तीन विकेट लिये। लेग स्पिनर इमरान ताहिर (16 रन देकर दो) ने उनका अच्छा साथ दिया जिससे आरसीबी की टीम नौ विकेट पर 122 रन ही बना पायी। आरसीबी की लगातार चार जीत के बाद यह पहली हार है। यह मैच पूरी तरह से जडेजा के नाम रहा। उन्होंने आखिरी ओवर के धमाल से आरसीबी पर दबाव बना दिया था जो विराट कोहली की टीम की बल्लेबाजी में भी नजर आया।
पटेल अब तक डेथ ओवरों में आरसीबी के लिये तुरुप का इक्का साबित हो रहे थे। उन्होंने आज भी पहले अपना कमाल दिखाया लेकिन जडेजा ने 20वें ओवर में उन पर पांच छक्के ओर एक चौका लगाया। इनमें एक नोबॉल भी थी। इस ओवर में कुल 37 रन बने और यह आईपीएल इतिहास का संयुक्त रूप से सबसे महंगा ओवर बन गया। जडेजा ने जब खाता भी नहीं खोला था तब उन्हें जीवनदान मिला और आखिर में वह अपने करियर का सर्वोच्च स्कोर बनाने में सफल रहे।
पटेल ने पहले तीन ओवर में केवल 14 रन दिये थे लेकिन आखिर में उनका गेंदबाजी विश्लेषण 51 रन देकर तीन विकेट रहा। अब दारोमदार कोहली और देवदत्त पडिक्कल की सलामी जोड़ी पर था लेकिन ये दोनों पावरप्ले में ही पवेलियन लौट गये। पडिक्कल ने 15 गेंदों पर चार चौकों और दो छक्कों की मदद से 34 रन बनाये लेकिन कोहली (आठ रन) रंग में नहीं दिखे। सैम कुरेन की धीमी गेंद पर महेंद्र सिंह धोनी ने उनका कैच लिया।
पडिक्कल ने शार्दुल ठाकुर की गेंद पुल करने के प्रयास में अपना विकेट गंवाया। इसके बावजूद आरसीबी पावरप्ले में दो विकेट पर 65 रन बनाने में सफल रहा लेकिन जडेजा ने इसके बाद गेंद थामी और लगातार ओवरों में वाशिंगटन सुंदर (11 गेंदों पर सात) और ग्लेन मैक्सवेल (15 गेंदों पर 22) को पवेलियन भेजकर आरसीबी की स्थिति नाजुक कर दी। मैक्सवेल लंबा शॉट खेलने के प्रयास में बोल्ड हो गये थे।
जडेजा ने इसके बाद डैन क्रिस्टियन (एक) को रन आउट भी किया और एबी डिविलियर्स (चार) को अपने टर्न से गच्चा देकर उनका लेग स्टंप हिला दिया। इससे सीएसके की जीत सुनिश्चित हो गयी। युजवेंद्र चहल (21 गेंदों पर नाबाद आठ) और मोहम्मद सिराज (14 गेंदों पर नाबाद 12) के प्रयास से टीम पूरे 20 ओवर में खेलने में सफल रही। इससे पहले धोनी के टास जीतकर पहले बल्लेबाजी के फैसले के बाद डुप्लेसिस ने अपने आकर्षक ड्राइव का नमूना पेश किया जबकि गायकवाड़ ने उनका पूरा साथ दिया।
चहल (24 रन देकर एक) ने अपनी लेग ब्रेक पर गायकवाड़ को काइल जैमीसन के हाथों कैच कराकर यह साझेदारी तोड़ी। सुरेश रैना (18 गेंदों पर 24) ने आते ही चहल पर लांग आन क्षेत्र में दर्शनीय छक्का लगाया और फिर वाशिंगटन सुंदर और नवदीप सैनी को भी लंबे शॉट खेलने के अपने कौशल का परिचय दिया। कोहली ने गेंदबाजी में लगातार बदलाव किये तथा पटेल ने रैना और डुप्लेसिस को धीमी गेंदों पर गच्चा देकर सीएसके को बैकफुट पर भेजा।
रैना ने लंबा शॉट खेलने के प्रयास में मिडविकेट पर जबकि डुप्लेसिस ने अगली गेंद पर सीमा रेखा पर कैच दिया। डैन क्रिस्टियन ने उनका कैच खूबसूरती से लपका लेकिन उन्होंने जडेजा को जीवनदान दिया जो महंगा साबित हुआ। पटेल ने अंबाती रायुडु (सात गेंदों पर 14) के रूप में अपना तीसरा विकेट लिया। धोनी दो रन बनाकर नाबाद रहे।