हर मतदाता से मदद मांगने का मुझे हक़ है, ऑडियो क्लिप मामले में ममता का पलटवार
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को ऑडियो क्लिप लीक में पलटवार करते हुए कहा कि कहा कि किसी को फ़ोन नहीं, बातचीत को लीक करना अपराध है. ममता ने कहा, दोषी तो उन्हें ठहराया जाना चाहिए जिन्होंने भरोसा तोड़ा और बातचीत को लीक किया. बता दें कि ममता बनर्जी की बातचीत प्रालय पाल के साथ हुई थी.
मेरा अपराध क्या है
नंदीग्राम में चुनाव प्रचार ख़त्म होने के बाद ममता ने कहा, हां, मैंने नंदीग्राम में भाजपा नेता को फोन किया था. मुझे यह फीडबैक मिली थी कि कोई मुझसे बात करना चाहता है. इसलिए मैंने उनका नंबर लेने के बाद उनसे बात की. मैंने उनसे कहा कि वह अच्छे से रहे, अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखे. मेरा अपराध क्या है?’
हर मतदाता से मदद मांगने का हक़
साथ ही उन्होंने कहा, ‘निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवार होने के नाते मैं किसी भी मतदाता की मदद ले सकती हूं, मैं किसी को भी कॉल कर सकती हूं. इसमें कोई बुराई नहीं है. यह कोई अपराध नहीं है. लेकिन अगर कोई बातचीत को लीक करता है, तो एक अपराध है. मेरे खिलाफ नहीं, बल्कि उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए, जिसने मेरी बातचीत को लीक किया.’ यह ऑडियो क्लिप शनिवार को लीक हुई थी.
क्या है ऑडियो में
ऑडियो में ममता बनर्जी को पाल से यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘तुम्हें नंदीग्राम में हमारी मदद करनी चाहिए. देखिए, मुझे पता है कि आपकी कुछ शिकायतें हैं, लेकिन यह ज्यादातर अधिकारी की वजह से हैं जिन्होंने मुझे कभी नंदीग्राम या पूर्वी मिदनापुर आने ही नहीं दिया. मैं अब से सब कुछ संभाल लूंगी.’ इसके बाद पाल ममता बनर्जी को जवाब देते हैं, ‘दीदी आपने मुझे कॉल किया मुझे अच्छा लगा. लेकिन मैं अधिकारी को धोखा नहीं दे सकता क्योंकि वे मेरे साथ हर वक्त खड़े रहे.’ बाद में उन्होंने मीडिया से कहा कि उन्होंने ममता बनर्जी की टीएमसी में वापस जाने की गुहार ठुकरा दी. उन्होंने कहा, ‘मैं अब भाजपा के लिए काम करता हूं और उन्हें धोखा नहीं दे सकता.’