जबरन दहेज लेन-देन वाली शादियों में शामिल न हों उलमा और क़ाज़ी : मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड
नई दिल्ली: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने शादी को आसान बनाने और रीति-रिवाजों और प्रथाओं पर अंकुश लगाने के लिए और विशेष रूप से दहेज लेन-देन और बेटियों पर हो रहे ज़ुल्म को रोकने के लिए अभियान शुरू किया है।
बोर्ड के सचिव मौलाना उमरैन साहब इस अभियान की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। उन्होंने महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, मध्य प्रदेश और कर्नाटक के उलमा और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करके अभियान शुरू किया है। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों में यह अभियान कुछ ही दिनों में शुरू हो जाएगा ।
इस अभियान के बारे में सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने बताया है कि इस अभियान में यह भी तय किया गया है कि जिस शादी में दहेज के लिए जबरन लेन-देन होता है, उसमें उलमा और क़ाज़ी शामिल ना हों, यह कदम बेटियों की सुरक्षा के लिए आवश्यक है।