वरूण की सहायता से मिला आनन्द को नया जीवन!
दो लाख की मदद कर बचाया उजड़ने से परिवार
सुलतानपुर 12 दिसम्बर। अति गम्भीर बीमारी से परेशान, इलाज में आर्थिक सहायता के लिए वर्षों से दर-दर भटक रहे आनन्द सिंह को आखिर सहारा मिला भी तो हर दिल अजीज सांसद वरूण गांधी से। सांसद वरूण गांधी अपने व्यक्तिगत धन से आनन्द सिंह को रोग इलाज के लिए दो लाख रूपये की आर्थिक मदद कर आज न सिर्फ आनन्द सिंह बल्कि उनके पूरे परिवार के लिए मसीहा बन गये हैं। हालांकि वरूण गांधी इसके पहले (08 मई 2015 को) भी पांच पीडित परिवारों को एक-एक लाख रूपये की वेतन के धन से सहायता एवं वेतन के ही धन से 28 परिवारों को नया मकान बनवाकर मुहैया करवा चुके हैं लेकिन, हाल ही में सांसद वरूण गांधी ने जिस तरह एक बीमार को इलाज के लिए व्यक्तिगत धन से दो लाख रूपये की मदद की है उसकी न सिर्फ क्षेत्र में सर्वत्र चर्चा हो रही है बल्कि आम जन मानस भी सांसद के सहृदयता की सराहना कर रहा है। रोग से निजात पा चुके आनन्द सिंह आज पूरे क्षेत्र में सांसद वरूण गांधी की दरियादिली का बखान कर रहे हैं। जिले के कादीपुर ब्लाक अंर्तगत ग्राम नूरपुर-अल्देमऊ के निवासी आनन्द सिंह पुत्र स्व0 श्री मदनसेन सिंह की अत्यंत मार्मिक करूण कहानी है। मुॅह के कैंसर जैसी अति गम्भीर बीमारी से परेशान आनन्द सिंह के इलाज में घर का सब कुछ खत्म हो गया। घाव बढ़ता जा रहा था और आनन्द सिंह की जेब खाली थी। इसी दौरान आनन्द सिंह कई गण मान्य लोगों की चैखट पर मत्था टेके और रोग इलाज के लिए आर्थिक मदद की गुहार लगाई लेकिन, उन्हें हर जगह से निराशा ही मिली। इस दौरान आनन्द सिंह को सांसद के पी.आर.ओ. एवं कार्यालय प्रभारी दयाराम अटल ने सांसद वरूण गांधी से सीधे मिलने की सलाह दी और सांसद को मामले से अवगत कराया। जिसके पश्चात आनन्द सिंह सांसद वरूण गांधी के 14, अशोक रोड, नई दिल्ली स्थित आवास पहुंचे और उनसे मुलाकात कर उन्हें अपनी व्यथा कथा सुनाई और इलाज के लिए उनसे आर्थिक मदद देने का अनुरोध किया। आनन्द सिंह बताते हैं कि उनकी हालत एवं बीमारी की गम्भीरता को देखते हुए सांसद वरूण गांधी ने न सिर्फ हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया बल्कि तत्काल रोग इलाज के लिए एक लाख रूपये का चेक भी दिया। आनन्द सिंह कहते हैं कि यही नहीं आते समय सांसद वरूण गांधी ने उनसे यह भी कहा कि पैसा कम पड़ जाये तो पुनः मिलना आगे और भी मदद की जायेगी। आनन्द सिंह कहते हैं कि बीमारी में इलाज के दौरान जब एक लाख रूपया खत्म हो गया तो वे 4 अगस्त 2016 को पुनः सांसद वरूण गांधी से दिल्ली में मिले और पुनः सहायता मांगी। जिसके पश्चात सांसद वरूण गांधी ने पुनः एक लाख रूपये का चेक दिया और कहा कि इलाज में कोई कोताही मत करना अच्छे ढंग से इलाज कराना। आज घातक बीमारी से पूरी तरह ठीक हो चुके आनन्द सिंह वरूण गांधी की दरियादिली की चर्चा करते-करते भावुक हो जाते हैं। कहते है कि मैं अपनी जिन्दगी से निराश हो गया था। मुझे कहीं से सौ रूपये भी नहीं मिल रहे थे लेकिन, आज मैं वरूण गांधी की बदौलत पूरी तरह स्वस्थ हो गया हूं। इस सम्बंध में सांसद के कार्यालय प्रभारी दयाराम अटल ने बताया कि सांसद कार्यालय में आने वाली हर समस्याओं के बारे में माननीय सांसद जी को तत्काल अवगत कराया जाता है। और समस्या के समाधान के लिए कार्यवाही भी करायी जाती है।