पचास हज़ारी बनने का बोझ बर्दाश्त न कर सका सेंसेक्स, गिरावट में हुआ बंद
मुंबई: विदेशों से मिले सकारात्मक संकेतों के बीच बीएसई का सेंसेक्स आज पहली बार 50 हजार अंक के आँकड़े को छूने के बाद अंतिम घंटे में हुई मुनाफा वसूली से 167 अंक की गिरावट में बंद हुआ।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 167.36 अंक यानी 0.34 प्रतिशत टूटकर 49,624.76 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 54.35 अंक यानी 0.37 प्रतिशत लुढ़ककर 14,590.35 अंक पर बंद हुआ।
इससे पहले सेंसेक्स पहली बार 50 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार करते हुये 304.45 अंक उछलकर 50,096.57 अंक पर खुला और 50,184.01 अंक तक चढ़ा।
विदेशों से मिले सकारात्मक संकेतों से बाजार में तेजी रही, लेकिन आखिरी घंटे में निवेशकों ने मुनाफावसूली तेजी कर दी जिससे बाजार गिरावट में बंद हुआ। बैंकिंग, वित्त, दूरसंचार, तेल एवं गैस, धातु और स्वास्थ्य समूहों की कंपनियों में बिकवाली अधिक रही।
निवेशकों ने मझोली और छोटी कंपनियों में भी बिकवाली की। बीएसई का मिडकैप 0.88 प्रतिशत टूटकर 18,988.32 अंक पर और स्मॉलकैप 0.68 प्रतिशत गिरकर 18,615.10 अंक पर रहा।
सेंसेक्स में ओएनजीसी का शेयर चार प्रतिशत लुढ़क गया। भारती एयरटेल और भारतीय स्टेट बैंक में ढाई-ढाई फीसदी की गिरावट रही। इंडसइंड बैंक और एनटीपीसी के शेयर दो प्रतिशत से अधिक टूटे। बजाज फाइनेंस और बजाज ऑटो में ढाई प्रतिशत से ज्यादा की तेजी रही। रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर भी दो फीसदी से ज्यादा चढ़ा।
विदेशों में अधिकतर प्रमुख शेयर बाजार हरे निशान में रहे। एशिया में दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.49 प्रतिशत, चीन का शंघाई कंपोजिट 1.07 प्रतिशत और जापान का निक्की 0.82 प्रतिशत चढ़ा। हालाँकि हैंगसेंग 0.12 प्रतिशत फिसल गया। यूरोप में शुरुआती कारोबार में जर्मनी का डैक्स 0.37 प्रतिशत और ब्रिटेन का एफटीएसई 0.11 प्रतिशत मजबूत हुआ।