एडीलेड टेस्ट: पहले दिन भारत ने बनाये छह विकेट पर 233 रन, कोहली का पचासा
एडीलेड: कप्तान विराट कोहली (74) की अर्धशतकीय पारी और चेतेश्वर पुजारा (43) की सधी हुई पारियों के बावजूद रिपीट बावजूद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट के पहले दिन गुरुवार को भारतीय पारी लड़खड़ा गयी और उसने दिन का खेल खत्म होने तक पहली पारी में 89 ओवर में छह विकेट पर 233 रन बनाए।
भारत की ओर से विराट ने 180 गेंदों में आठ चौकों की मदद से 74 रन और पुजारा ने 160 गेंदों में दो चौकों की मदद से 43 रन बनाए। स्टंप्स तक रविचंद्रन अश्विन 17 गेंदों में एक चौके की मदद से 15 और विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्दिमान साहा 25 गेंदों में एक चौके के सहारे नौ रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं।
पुजारा से मैच के बाद पूछा गया कि क्या वह अपनी पारी में थोड़ा तेजी दिखा सकते थे, तो सौराष्ट्र के इस बल्लेबाज ने ‘न’ में जवाब दिया। उन्होंने भारत के पहले सत्र में 41 और दूसरे सत्र में 66 रन बनाने का बचाव किया। उन्होंने कहा, ‘‘नहीं कतई नहीं। पहले दो सत्र में हम बहुत अच्छी स्थिति में थे।”
पुजारा ने कहा, ‘‘जब गेंद स्विंग कर रही थी तो हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत थी कि हम विकेट न गंवाये। यह टेस्ट क्रिकेट के लिहाज से शानदार दिन था और रणनीति को लेकर हमें कोई खेद नहीं है। हम शॉट खेलकर अधिक विकेट नहीं गंवा सकते थे और नहीं चाहते थे कि हमारी पूरी टीम दिन में आउट हो जाए।”
पुजारा ने कहा, ‘‘टेस्ट क्रिकेट में धैर्य की जरूरत होती है। अगर विकेट सपाट होता है तो आप आक्रामक हो सकते हो लेकिन जब उससे गेंदबाजों को मदद मिल रही हो तो आप बहुत अधिक शॉट नहीं खेल सकते।” उन्होंने कहा, ‘‘विदेशी परिस्थितियों में आप (पहली पारी में) 200 से कम का स्कोर नहीं चाहते। पहले दो सत्र में गेंदबाज और पिच दोनों तरोताजा थे।”
पुजारा का मानना है कि मैच पर अभी दोनों टीमों की समान पकड़ बनी हुई है हालांकि उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि कप्तान विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे के आउट होने से आस्ट्रेलिया थोड़ा फायदे की स्थिति में है। डिनर ब्रेक के बाद नाथन लियोन और पुजारा के बीच गजब की जंग देखने को मिली और भारतीय बल्लेबाज ने आस्ट्रेलियाई ऑफ स्पिनर की पिछले पांच वर्षों में विश्व स्तरीय गेंदबाज बनने के लिये प्रशंसा की।
पुजारा ने कहा, ‘‘उसने गेंदबाजी में काफी सुधार किया है। उसकी लाइन व लेंथ वास्तव में सुधरी है। वह चुनौती पसंद करता है और उसका सामना करते हुए आपको भी उस चुनौती का सामना करने के लिये तैयार होना पड़ता है।”