किसानों के आंदोलन के बीच मोदी ने कृषि क्षेत्र में निजी कंपनियों का किया बचाव
नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि नए कृषि सुधारों से किसानों को बहुत फायदा होने वाला है साथ ही कृषि क्षेत्र में निजी निवेश पर भी ज़ोर दिया | प्रधानमंत्री उद्योग मंडल फिक्की के वार्षिक सम्मेलन को आज संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा आज अर्थव्यवस्था के संकेतक हौसला बढ़ाने वाले हैं। संकट के समय देश ने जो सीखा है, उसने भविष्य के संकल्पों को और दृढ़ किया है।
नए कृषि कानूनों का ज़ोरदार समर्थन
प्रधानमंत्री ने कहा कि नए कृषि सुधारों से किसानों को बहुत फायदा होने वाला है। अब कृषि से जुड़े सारी चीजों से दीवारें हम हटा रहे हैं। अब इन नए कृषि कानून से किसानों को नए बाजार मिलेंगे। नए कृषि कानूनों से किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी। अब कृषि क्षेत्र में निवेश से किसानों को बहुत फायदाहोने वाला। उन्हें नए विकल्प मिलेंगे और नए बाजार भी।”
कृषि क्षेत्र में निजी कंपनियों का बचाव
PM मोदी ने कृषि क्षेत्र में निजी निवेश पर जोर देते हुए कहा कि, “खेती में जितना निजी क्षेत्र के द्वारा निवेश किया जाना चाहिए था उतना निवेश नहीं हो पाया। निजी क्षेत्र ने कृषि क्षेत्र को अच्छे से एक्सप्लोर ही नहीं किया। लेकिन आज कृषि क्षेत्र में निजी कंपनियां अपना अच्छा कार्य कर रही हैं, लेकिन उन्हें भविष्य में और भी अच्छा करने की जरूरत होगी।”
कृषि रिफॉर्म्स की बात
PM मोदी ने यह भी कहा कि अब, “भारत की कृषि मंडियों का आधुनिकीकरण हो रहा है। फसलों को मंडी के साथ अब बाजार में बेचने का विकल्प भी किसानों को मिल रहा है। इस समय देश में चौतरफा रिफॉर्म्स किए गए हैं। आज भारत में कॉरपोरेट टैक्स दुनिया में सबसे कम है। इंस्पेक्टर राज और टैक्स के जंजाल को पीछे छोड़कर भारत आज अपने उद्यमियों पर भरोसा कर रहा है और आगे भी बढ़ रहा है। यह बात हमें समझना होगा कि जब एक सेक्टर विकसित करता है तो उसका विकास दूसरे सेक्टरों पर भी अनुकूल रूप से पड़ता है।
नीतियों की तारीफ़
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘चाहे एफडीआई (FDI) हो या एफपीआई (FPI), विदेशी निवेशकों ने भारत में रिकॉर्ड निवेश किया है।” मोदी ने कहा कि भारत ने कोरोना वायरस महामारी के दौरान लोगों की प्राण रक्षा को प्राथमिकता दी। उस दिशा में नीतियां बनाईं, फैसले किए।
कोरोना महामारी की बात
PM मोदी ने कहा कि साल 2020 ने सभी को मात दे दिया। लेकिन सबसे अच्छी बात ये रही कि जितनी तेजी से हालात बिगड़े उतनी ही तेजी से वापस सुधर भी रहे हैं। उन्होंने कहा कि, “कोरोना महामारी के समय भारत ने अपने नागरिकों के जीवन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। आज कोरोना काल के दौरान भारत ने जो फैसले लिए उससे अब पूरी दुनिया चकित है।”