मैन ऑफ द मैच बनने वाले पहले कंकशन सब्स्टिट्यूट बने चहल
नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही द्विपक्षीय श्रृंखला में टी20 सीरीज का पहला मैच आज कैनबरा के मैदान पर खेला गया जहां पर भारतीय टीम ने 11 रनों से जीत हासिल करते हुए सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली। इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरॉन फिंच ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया और भारतीय टीम ने 161 रनों का स्कोर खड़ा किया। भारतीय टीम के लिये सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (40 गेंद में 51 रन, 5 चौके एक छक्का) और रविंद्र जडेजा (23 गेंदों में नाबाद 44 रन, 5 चौके एक छक्का) ने जुझारू पारियां खेली और लगातार विकेट गिरने के बीच भी भारतीय टीम को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में कामयाब रहे।
इस दौरान रविंद्र जडेजा को पारी के 19वें ओवर में सिर पर गेंद लगी और दूसरी पारी में उनकी जगह स्पिन गेंदबाज युजवेंद्र चहल को बतौर कंकशन सब्सिटट्यूट के रूप में उतारा गया। चहल ने इस मौके का फायदा उठाया और ऑस्ट्रेलिया के कप्तान एरॉन फिंच (35), स्टीव स्मिथ (12) और मैथ्यू वेड का विकेट लेकर अपनी टीम को जीत दिलाई।
युजवेंद्र चहल ने अपने इस स्पेल के दौरान 4 ओवर गेंदबाजी की और महज 25 रन देकर 3 विकेट हासिल किये और इस दमदार प्रदर्शन के चलते उन्हें मैन ऑफ द मैच के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। मैन ऑफ द मैच के अवॉर्ड को हासिल करने के साथ ही चहल ने एक बहुत बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है।
चहल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में बतौर कंकशन सब्स्टिट्यूट मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड हासिल करने वाले पहले खिलाड़ी बन गये हैं। इतना ही नहीं वह टी20 प्रारूप में इस्तेमाल किये गये पहले कंकशन सब्स्टिट्यूट भी बन गये हैं। इससे पहले अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सिर्फ टेस्ट क्रिकेट में ही कंकशन खिलाड़ी का इस्तेमाल हुआ था। जिसमें ऑस्ट्रेलिया के मार्नस लाबुशाने ने 2019 में खेली गई एशेज सीरीज के दौरान स्टीव स्मिथ को रिप्लेस किया था जब आर्चर की गेंद उनके सिर पर लगी थी।
गौरतलब है कि जब रविंद्र जडेजा ने पारी को उस वक्त संभाला जब भारतीय टीम लड़खड़ा रही थी और ऐसा लग रहा था कि मुश्किल से 140 रनों के स्कोर को भी मुश्किल से पार कर पायेगी लेकिन जडेजा ने आखिरी 2 ओवर में 10 गेंदें खेली और 33 रन ठोंक डाले और भारतीय टीम को 160 रनों के पार पहुंचा दिया। भारतीय टीम ने आखिरी 3 ओवर्स में 46 रन बना डाले।