ओबामा ने राहुल गाँधी को महारत हासिल करने के लिए जुनून की कमी वाला नर्वस छात्र बताया
नई दिल्ली: अमेरिका के पू्र्व राष्ट्रपति बराकर ओबामा ने अपनी किताब में राहुल गाँधी को एक नर्वस छात्र बताया है| ओबामा ने जहां मनमोहन सिंह को सत्यनिष्ठा वाला व्यक्ति कहा है वहीं, राहुल गांधी को एक ऐसा छात्र बताया है जिसमें ‘विषय’ में महारत हासिल करने की योग्यता या फिर जुनून की कमी है। पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की इस किताब की समीक्षा न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी है।
राहुल एक नर्वस छात्र
इस किताब की समीक्षा के अनुसार ओबामा ने लिखा है, ‘राहुल गांधी एक नर्वस छात्र की तरह हैं जिन्होंने अपना कोर्स पूरा कर लिया है और शिक्षक को प्रभावित करना चाहता है लेकिन अंदर कहीं या तो उसे विषय में महारत हासिल नहीं है या फिर उसमें महारत हासिल करने के लिए जुनून की कमी है।’
अगले हफ्ते रिलीज़ होगी किताब
इस किताब की समीक्षा चिमामदा न्गोजी एडिक ने किया है। बराक ओबामा के इस संस्मरण का नाम ‘ए प्रोमिस्ड लैंड’ है| ओबामा का 768 पन्नों का यह संस्मरण 17 नवंबर को बाजार में आने वाला है।उन्होंने इसमें अपने व्यक्तिगत और राजनीतिक अनुभवों का जिक्र किया है। इसमें उन 8 सालों का भी जिक्र है जब वे बतौर अमेरिका के राष्ट्रपति व्हाइट हाउस में रहे थे।
सोनिया और मनमोहन का जिक्र
ओबामा ने अपने इस संस्मरण में सोनिया गांधी का भी जिक्र किया है। उन्होंने लिखा है, ‘हमें चार्ली क्रिस्ट और रहम एमैनुएल जैसे पुरुषों के हैंडसम होने के बारे में बताया जाता है लेकिन महिलाओं के सौंदर्य के बारे में नहीं। सिर्फ एक या दो उदाहरण ही अपवाद हैं जैसे सोनिया गांधी। ओबामा ने लिखा है कि अमेरिका के पूर्व रक्षा मंत्री बॉब गेट्स और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह दोनों में बिलकुल भावशून्य सच्चाई/ईमानदारी है।
बाइडेन को बताया सौम्य और ईमानदार
ओबामा ने विश्व के दूसरे नेताओं का भी जिक्र अपने इस संस्मरण में किया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के बारे में वे लिखते हैं, ‘शारीरिक रूप से वे साधारण हैं।’ जो बाइडन को ओबामा अपने संस्मरण में एक सौम्य और ईमानदार शख्स बताते हैं। ओबाना ने कहा कि उन्होंने अपने इस संस्मरण को युवाओं के लिए लिखा है।
भारत की दो बार की थी यात्रा
अमेरिका के पहले अफ्रीकी-अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने अपने कार्यकाल में दो बार 2010 और 2015 में भारत की यात्रा की थी।